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मुरादाबाद में गरमाई सियासत: इकरा हसन पर अभद्र टिप्पणी के विरोध में सपा का उग्र प्रदर्शन

 

मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश:

उत्तर प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। कैराना से समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद इकरा हसन पर करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष ठाकुर योगेंद्र सिंह द्वारा सोशल मीडिया पर की गई अभद्र और विवादित टिप्पणी के बाद मुरादाबाद में जोरदार विरोध प्रदर्शन देखने को मिला।


इस घटना ने सिर्फ सियासी गलियारों में नहीं, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी गहरी हलचल पैदा कर दी है। सपा कार्यकर्ताओं ने इस टिप्पणी को महिला अस्मिता, धार्मिक सौहार्द और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला करार दिया है।


 बिलारी कोतवाली पर सपा का घेराव और ज्ञापन सौंपा गया


इस विवादित टिप्पणी के विरोध में सपा कार्यकर्ताओं ने बिलारी कोतवाली में प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे कार्यकर्ताओं ने नारेबाज़ी करते हुए क्राइम इंस्पेक्टर जयदेव सिंह यादव को ज्ञापन सौंपा और ठाकुर योगेंद्र सिंह की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।


प्रदर्शन का नेतृत्व मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के प्रदेश उपाध्यक्ष सौरभ यादव ने किया। उन्होंने कहा –


> “अगर 48 घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी नहीं हुई, तो हम कोतवाली का घेराव करेंगे और अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा।”


क्या कहा था ठाकुर योगेंद्र सिंह ने?


करणी सेना के नेता ठाकुर योगेंद्र सिंह ने अपने फेसबुक अकाउंट पर इकरा हसन के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और एक निकाह प्रस्ताव भी दिया, जो कि भड़काऊ और असंवेदनशील भाषा में लिखा गया था।


इस पोस्ट पर विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने उसे हटा दिया, लेकिन वीडियो और स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिससे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश फैल गया।


सपा कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया


सपा कार्यकर्ताओं ने साफ तौर पर कहा कि यह मामला एक महिला सांसद के सम्मान और पूरे समाज की गरिमा से जुड़ा है।

ज्ञापन में लिखा गया –


> "ठाकुर योगेंद्र सिंह की सोच केवल महिला विरोधी नहीं, बल्कि सामाजिक सौहार्द को नष्ट करने वाली है। प्रशासन इस मामले में अगर ढिलाई बरतता है तो जनता का भरोसा टूटेगा।"


प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नेता और कार्यकर्ता:


प्रदर्शन में बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता और स्थानीय नेता शामिल हुए, जिनमें प्रमुख नाम हैं:


कसीम आज़ाद (जिला सचिव)


सद्दाम सैफी (लोहिया वाहिनी विधानसभा अध्यक्ष)


रमाकांत सैनी (यूथ ब्रिगेड)


चिराग अग्रवाल (व्यापार सभा अध्यक्ष)


विश्वजीत सिंह यादव, मनोज यादव, रविंद्र चौधरी, फारूख खां, अमन सैनी, वासिक, अकबर, सालिम सैफी, कासिम अली, उस्मान अली, अर्जुन सिंह, लक्की यादव, प्रशांत और अन्य कार्यकर्ता।




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🏛️ राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज़


सपा सांसद रुचि वीरा ने इस मुद्दे को संसद में उठाने की बात की और इसे महिला गरिमा पर हमला बताया।

पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा –


> “यह बयान सिर्फ इकरा हसन नहीं, पूरे मुस्लिम समाज और संसदीय गरिमा का अपमान है। ये ईव-टीजिंग का मामला है, जिस पर तत्काल कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”


कानून-व्यवस्था पर संकट की आशंका


इस मामले ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो मुरादाबाद सहित कई जिलों में कानून-व्यवस्था पर संकट खड़ा हो सकता है।

सपा कार्यकर्ताओं ने साफ कहा है कि वे चुप नहीं बैठेंगे और जनआंदोलन करेंगे।


सोशल मीडिया पर भी मचा बवाल


सिर्फ राजनीतिक मंच ही नहीं, सोशल मीडिया पर भी इस टिप्पणी की कड़ी आलोचना हो रही है। विभिन्न सामाजिक संगठनों ने इसे सांप्रदायिक और महिला विरोधी मानसिकता का परिचायक बताया है।

 निष्कर्ष


इस पूरे घटनाक्रम ने साफ कर दिया है कि अब जनता, खासकर युवाओं और महिलाओं के मुद्दों पर समाज चुप बैठने को तैयार नहीं।

एक अभद्र टिप्पणी ने सियासत को हिला कर रख दिया है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस पर क्या रुख अपनाता है — कानून का राज चलेगा या सियासी दबाव?

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