ग्राहकों संग धोखाधड़ी करने वाला कार शोरूम मैनेजर गिरफ्तार:मुजफ्फरनगर में आरोपी जुहैब हसन से 55 लाख और 3 कारें बरामद

 मुजफ्फरनगर में दिल्ली-देहरादून हाईवे पर स्थित एक कार शोरूम में करोड़ों की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ग्राहकों से एडवांस लेकर उन्हें फर्जी रसीद पकड़ा देने वाला आरोपी मैनेजर जुहैब हसन आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गया है। मंसूरपुर थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

क्या है पूरा मामला?

आरोप है कि किआ शोरूम के मैनेजर जुहैब हसन ने गाड़ियों की बुकिंग के नाम पर ग्राहकों से मोटी रकम वसूली। भरोसा जीतने के लिए बाकायदा रसीद भी थमा दी गई। लेकिन जब गाड़ी की डिलीवरी का वक्त आया, न गाड़ी दी गई और न ही पैसे लौटाए। ठगी की कहानी जैसे ही उजागर हुई, शोरूम पर ग्राहकों का गुस्सा फूट पड़ा। कई दिनों तक हंगामा और प्रदर्शन चला। नाराज ग्राहकों ने कार्रवाई की मांग करते हुए शोरूम के बाहर मोर्चा खोल दिया।

कितनी रिकवरी हुई?

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी से 55 लाख रुपये की रकम और 3 लग्जरी कारें बरामद की हैं। 20 लाख रुपये कैश में मिले, जबकि 35 लाख रुपये बैंक खाते में फ्रीज कर दिए गए हैं। फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से जांच में जुटी है। सवाल ये भी उठ रहा है कि इस पूरे खेल में और कौन-कौन शामिल था


मुजफ्फरनगर। करोड़ों की ठगी में फरार चल रहे किआ शोरूम के मैनेजर जुहैब हसन को पुलिस ने आखिरकार दबोच ही लिया। मंसूरपुर पुलिस की टीम ने जबरदस्त एक्शन लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया और उसके पास से 55 लाख रुपये की बड़ी रिकवरी की है। इसमें 20 लाख कैश, 35 लाख बैंक अकाउंट में फ्रीज और 3 लग्जरी कारें शामिल हैं। इससे पहले पुलिस चार अन्य आरोपियों को भी सलाखों के पीछे भेज चुकी है।


एसपी सिटी ने किया खुलासा!

पुलिस लाइन में एसपी सिटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे घोटाले से पर्दा उठाया। उन्होंने बताया कि शोरूम में की गई धोखाधड़ी करीब 1 से डेढ़ करोड़ रुपये की आंकी गई है। फिलहाल जांच जारी है और बाकी बचे आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।


हंगामे से हुआ खुलासा, फिर शुरू हुई जांच

ये घोटाला उस वक्त सामने आया, जब कुछ ग्राहकों को गाड़ियों की डिलीवरी में देरी पर शक हुआ। बार-बार पूछने पर भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। जब पानी सिर से ऊपर निकल गया, तो गुस्साए ग्राहक शोरूम में जा घुसे और हंगामा खड़ा कर दिया। कई दिनों तक धरना-प्रदर्शन चला, तब जाकर पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझा और सख्त कार्रवाई शुरू की।


जुहैब का सुनियोजित खेल!

पुलिस जांच में सामने आया कि मैनेजर जुहैब हसन ने बड़ी चालाकी से ग्राहकों से एडवांस में मोटी रकम वसूली और बदले में फर्जी रसीदें थमा दीं। न गाड़ियां मिलीं, न ही पैसे लौटाए गए। ग्राहकों की मेहनत की कमाई को जुहैब ने अपने निजी खर्चों में उड़ा दिया। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि इस ठगी में शोरूम के और कौन-कौन कर्मचारी शामिल थे।


ग्राहकों का फूटा गुस्सा, पुलिस बनी उम्मीद

शहर में इस घोटाले की चर्चा हर गली-मोहल्ले में है। जिन लोगों ने अपने खून-पसीने की कमाई गाड़ियों में लगाई थी, अब उन्हें पुलिस से ही उम्मीदें हैं। एक ठगे गए ग्राहक ने कहा,
“महीनों इंतजार किया, लेकिन मिला सिर्फ धोखा! अब उम्मीद है कि पुलिस हमारा पैसा वापस दिलाएगी।”


पुलिस का दावा—बाकी रकम भी जल्द होगी बरामद!

पुलिस अफसरों का दावा है कि जो भी आरोपी बचे हैं, उन्हें जल्द ही पकड़ा जाएगा। शोरूम से लूटी गई पूरी रकम की बरामदगी के लिए छापेमारी तेज कर दी गई है।
एसपी सिटी ने कहा,
“किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। जिनके साथ ठगी हुई है, उन्हें न्याय दिलाकर ही दम लेंगे